रविवार, अगस्त 02, 2009

राखी का स्वयंवर

राखी का स्वंयवर हो गया। साथ ही पूरा हो गया वो नाटक जो शादी के नाम पर एक महिने से खेला जा रहा था। राखी ने एक एनआरआई लड़का इलेष पारूजनवाला को काबिल समझी। और इसी के साथ लाखों लोगों की उत्सुकता भी पूरी हो गई , जो इस प्रोग्राम को देखने के लिए टीवी पर आंख गड़ाये बैठे रहते थे।


अब तक के इतिहास में शायद यह पहली घटना होगी, जब कोई लड़की शादी करने के लिए खुद एक महिने तक लड़कों का इंटरव्यू लेती रही। लड़कों ने भी उसे इंप्रेस करने के लिए सभी तरह के हथकंडे अपनाये। यह इंडिया का सच है। और इंडिया के बेटी का सच भी। बाजार में खड़े आम लोगों ने भी इसे हाथों हाथ लिया।

राखी इस नाटक की तुलना सीता की स्वयंवर से करती है। और खुद को सीता से। खैर ये तो बोलने की आजादी है। खुद को किसी से तुलना करने पर कोई पाबंदी नहीं है। किसी को आपत्ति भी नहीं होनी चाहिए।

अब सवाल उठता है कि आखिर क्यों एक लड़की खुद ऐसा करती है, वो भी सरेआम टीवी पर। इसको समझने के लिए जरा अतित में जाना होगा। राखी बार डांसर हुआ करती थी। वह गुमनाम की जिंदगी जी रही थी। लोगों ने उसका नाम तब जाना, जब वह मिका पर किस करने का केस किया था। इससे दोनो को फायदा मिला। मिका को भी लोग जानने लगे और राखी को भी। मीडिया वालों ने भी राखी का भरपूर साथ दिया। फिर तो राखी पब्लिीसिटी ब्रांड बन गई। सिर्फ एक घटना के बाद बार डांसर राखी , टीवी का कामऊ चेहरा बन चुकी थी। टीवी में काम करने की तमन्ना रखने वालों से लेकर टीवी पर कार्यक्रम बनाने वालों तक, सभी राखी का सहारा लेने लगे। अभिषेक नाम का माॅडल जो वर्षो से अपनी पहचान बनाने में नाकाम रहा था, वह भी राखी के सहारे टीवी का जानामाना नाम हो गया। फिर नच बलिये नामक रियलिटी शो को हिट कराने में राखी का भरपूर सहयोग रहा। राखी पब्लिसिटी के लिए कुछ भी कर सकती है। तो ऐसे में लगता है कि कहीं ना कहीं ये पब्लिक स्टंट था।

खैर अब इलेष को भी लोग जान गये हैं। दोनो का इंगेजमेंट तो हो गया , लेकिन शादी अभी नहीं हुई है। अब देखना होगा कि शादी कब होता है। इसके लिए इस प्रोग्राम के दर्षकों को थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि हो सकता है कि राखी अपनी शादी तब करे जब उसकी पब्लिसिटी की ग्राफ में कुछ गिरावट होने की आषंका हो।

1 टिप्पणी: