ऐशेज ट्रॉफी हारने के बाद आस्ट्रेलिया टेस्ट रैंकिंग में चौथे पायदान पर आ पहुंचा है। इंग्लैण्ड ने आस्ट्रेलिया को एक के मुकाबले दो मैचों से हरा दिया। क्रिकेट के इतिहास में छह सालों के बाद ऐसा सामय आया है, जब आस्ट्रेलिया की टीम टेस्ट रैंकिग में इतने नीचे आया है। इससे पहले २००३ में आस्ट्रेलिया टेस्ट रैंकिंग में चौथे पायदान पर था। इंग्लैंड से पहले दक्षिण अफ्रिका और उससे पहले भारत ने कंगारूओं को उसी की धरती पर बुरी तरह पराजित किया था। ऐसे में अब कंगारुओं की श्रेष्ठता पर सवाल उठने लगा है।
ऐसा नहीं है कि आस्ट्रेलियाई टीम पहली बार ऐशेज सीरीज में हारी है। इससे पहले २००५ में भी वह हार चुकी है। उस समय भी कंगारुओं के बारे में ऐसा ही कहा गया था। लेकिन कुछ ही दिनो में जबरदस्त वापसी की और वर्ल्ड चैंपियन बना।
हलांकि तब और आज के समय में बहुत कुछ बदल चुका है। उस समय आस्ट्रेलिया अपने सर्वश्रेष्ठ टीम के साथ खेल रहा था। टीम में हेडेन, गिलक्रिस्ट, ब्रेड हॉग, एंड्रयु साइमंड्स, ग्लेन मैक्ग्रा और शेन वार्न जैसे विश्व के श्रेष्ठतम क्रिकेटर खेलते थे, जो अपने अनुभव और कलात्मक बल्लेबाजी की बदौलत खेल का रुख तय करते थे। लेकिन अब समय बदल चुका है। क्रिकेट आस्ट्रेलिया से सभी दिग्गज संन्यास ले चुके है। टीम में रिकी पोंटिंग के साथ देने वाला कोई बचा नहीं है। क्लार्क और हसी भले ही अच्छी बल्लेबाजी करते हैं लेकिन उन में न तो गिलक्रिस्ट और साइमंड्स जैसे अनुभव है और न ही हेडेन जैसी आक्रमकता।
दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रिका, भारत और श्रीलंका के खिलाड़ी अच्छे फॉर्म में खेल रहे हैं। बांग्लादेश भी लागातार दो सीरीजों में वेस्टेइंडीज और जिम्बाब्वे को हरा कर अपनी क्षमता साबित कर चुका है। ऐसे में आस्ट्रेलिया को अपनी बादशाहत कायम करने में भारी मशक्कत करना पड़ेगा। जो फिलहाल बहुत मुश्किल दिख रहा है....वैसे क्रिकेट में कुछ भी असंभव नहीं है।
is bar v vahi sthiti hai
जवाब देंहटाएं